Chandigarh Breaking News , चंडीगढ़ : पंजाब में नशे और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई हुई है। इसी नीति के तहत एक तरफ जहां पंजाब पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चलाए हुए है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश विजिलेंस ब्यूरो भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों व अधिकारियों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे धकेल रही है। इसी कड़ी में एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रदेश विजिलेंस टीम ने गुरदासपुर में तैनात ब्लॉक समिति पटवारी निशान सिंह को 20,000 रुपए रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पीड़ित ने विजिलेंस को यह शिकायत दी
इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ्तारी गुरदासपुर के गांव बबरी नंगल की एक निवासी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई है। शिकायतकर्ता, जो ग्राम पंचायत बबरी नंगल की मौजूदा पंचायत सदस्य है, ने विजिलेंस ब्यूरो को बताया कि उसके पति पिछले 50 वर्षों से गांव की साझा (शामलात) 25 एकड़ जमीन में से लगभग 22 कनाल और 11 मरले भूमि पर खेती कर रहे हैं और यह जमीन उनके नाम पर गिरदावरी में दर्ज भी है।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि एक शिकायत के आधार पर, बीडीपीओ कार्यालय ने उन्हें इस संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा था। उन्होंने गांव के मौजूदा सरपंच से इस मामले को सुलझाने के लिए निवेदन किया, लेकिन पटवारी निशान सिंह ने विभागीय स्तर पर मामला हल करने के लिए 20,000 रुपए रिश्वत की मांग की।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत की प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी निशान सिंह को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 20,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
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