Punjab News , चंडीगढ़। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगातार बढ़ रहे दाखिला प्रतिशत बारे जानकारी देते हुए कहा है कि इसमें जबरदस्त तेजी हुई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश के शिक्षा ढांचे की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इसी के चलते यह ध्वस्त होने के कगार पर चला गया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में ‘आप’ सरकार ने बीते साढ़े तीन वर्षों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। मंत्री बैंस ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान सरकारी स्कूलों की हालात बेहद खराब थी। बच्चे दरियों में बैठने को मजबूर थे, लेकिन 2022 में ‘आप’ सरकार बनने के बाद हमने सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया।
स्कूलों में बनाए जा रहे अत्याधुनिक क्लासरूम
हमने नए क्लासरूम बनाने के साथ अत्याधुनिक लैब्स, सुरक्षा गार्ड, कैंपस मैनेजर, ट्रांसपोर्ट सेवा शुरू की, समय पर यूनिफार्म व किताबों की आपूर्ति से लेकर स्कूल आॅफ एमिनेंस तक अनेक सुधार किए गए हैं। हमने शिक्षकों को वविश्वस्तरीय प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा और विद्यार्थियों के लिए एक्सपोजर विजिÞट जैसी योजनाएं लागू की।मंत्री बैंस ने आगे बताया कि सरकार फाउंडेशन लर्निंग को प्राथमिकता दे रही है।
अध्यापकों को किया जा रहा प्रोत्साहित
बच्चों को मजबूत शैक्षणिक आधार देने के लिए अध्यापकों को बिना किसी दबाव के प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चा आत्मविश्वास और गुणवत्ता के साथ आगे बढ़े। उन्होंने आगे कहा कि ह्यमिशन समर्थह्ण के तहत उन बच्चों की पहचान की गई जो अपनी कक्षा के अनुसार पढ़ने-लिखने या मैथ्स में कमजोर थे। इस मिशन को सही ढंग से लागू किया गया।
जिसके परिणाम भारत सरकार के नेशनल असेसमेंट सर्वे में देखने को मिला, जिसमे पंजाब ने पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है । बैंस ने कहा कि पंजाब ने केवल प्रथम स्थान ही नहीं प्राप्त किया, बल्कि अपने पिछले सभी रिकार्ड भी तोड़ दिए। विशेष रूप से तीसरी कक्षा के छात्रों ने 100 में से 80 का ऐतिहासिक स्कोर प्राप्त किया, जबकि देश का औसत मात्र 60-65 के बीच रहा।
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