आम आदमी पार्टी ने पंजाब संगठन का ढांचा बदल दिया है. इसकी जानकारी मनीष सिसोदिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए दी. उन्होंने कहा कि राजनीति को सत्ता नहीं बल्कि सेवा का माध्यम बनाना है. आप चाहती है कि गांव के हर नौजवान, हर परिवार और हर गांव तक ईमानदार राजनीति पहुंचे.
पंजाब में लुधियाना की पश्चिम विधानसभा सभा सीट के लिए 19 जून को उप-चुनाव होने हैं. इसी बीच आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपने संगठन के ढांचे को मजबूत करने के लिए एक बड़ा फेरबदल किया. जिनमें उन्होंने जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी हैं. इसमें 5 विधायकों को स्टेट वाइस प्रेसिडेंट, 9 युवा नेताओं को जनरल सेक्रेटरी और सेक्रेटरी , 13 लोकसभा क्षेत्रों में लोकसभा अध्यक्ष और 27 जिलों में जिला प्रधान बनाया गया.
‘राजनीति सत्ता नहीं सेवा का माध्यम’
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जिक्र करते हुए सिसोदिया सोशल मीडिया पर लिखते हैं कि अरविंद केजरीवाल का सपना और भगवंत मान जी का संकल्प है कि राजनीति को सत्ता का नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि नई टीम का हर सदस्य सरकार और जनता के बीच एक पुल का काम करेगा. वह अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते हुए लोगों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाया.
‘सरकार नहीं, संगठन बनाना है’
सिसोदिया ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें चुनाव नहीं जीतना है, बल्कि हमें अपनी विचारधाराओं को लोगों तक पहुंचाना हैं. उन्होंने कहा कि आप लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब कोई पार्टी चुनाव जीतती है तो सरकार बनती है, लेकिन जब विचारधारा जीतती है तब संगठन बनता है. उन्होंने अपने साथियों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी नियुक्ति एक अवसर है, आप भी उस ऐतिहासिक बदलाव का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत पंजाब कर चुका है.
हर परिवार तक ईमानदार राजनीति पहुंचाने का संकल्प
सिसोदिया ने कहा कि यह संगठनात्मक फेरबदल केवल फेरबदल नहीं है, बल्कि एक संकल्प है. इस संकल्प के तहत आप सरकार चाहती है कि गांव के हर नौजवान, हर परिवार और हर गांव तक ईमानदार राजनीति पहुंचे. उन्होंने कहा कि आप अगले चुनाव की नहीं, बल्कि 25 वर्षों की राजनीति बना रहा है. जहां एक कार्यकर्ता पार्टी के विचारों को अपनाया और लोगों की सेवा करेगा.
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