फगवाड़ा (कपूरथला):बिजली क्षेत्र में बड़े सुधारों की नींव रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब को देश का ‘पहला बिजली कटौती मुक्त’ राज्य बनाने के लिए पांच हजार करोड़ रुपए से अधिक की ‘रोशन पंजाब अभियान’ की शुरुआत की।
इस अभियान की शुरुआत के बाद सभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब ने भयानक बाढ़ का सामना किया है, जिसके कारण बहुत तबाही हुई, लेकिन राज्य के बहादुर और सूझबूझ वाले लोगों ने इसका डटकर मुकाबला किया। ‘रोशन पंजाब’ के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र या किसी भी राज्य सरकार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में सपने में भी नहीं सोचा था, लेकिन पंजाब सरकार ने यह ऐतिहासिक पहल की है। केजरीवाल ने कहा कि उद्योगों को देश में चौथे नंबर पर सबसे कम दरों पर बिजली मिल रही है, कृषि क्षेत्र को निर्बाध बिजली आपूर्ति हो रही है और अब यह महत्वपूर्ण पहल की जा रही है, जिस पर पिछले 75 वर्षों में कोई काम नहीं हुआ।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप सभी के बीच ‘पावर कट मुक्त पंजाब परियोजना’ की शुरुआत करना बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है। उन्होंने कहा कि यह दिन नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, क्योंकि पंजाब के बिजली क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि ट्रांसमिशन और वितरण नेटवर्क के पूर्ण परिवर्तन के माध्यम से पंजाब को बिजली कटौती से मुक्त करने के लिए पांच हजार करोड़ रुपए की परियोजना शुरू की जा रही है।
केजरीवाल ने कहा कि पहली बार बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से अगले साल तक पंजाब को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलेगी, इसलिए इसका नाम ‘रोशन पंजाब’ रखा गया है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने इस परियोजना का खाका तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की भी प्रशंसा की और कहा कि इस परियोजना के तहत नए सब-स्टेशन और बिजली लाइनें स्थापित की जाएंगी, फीडरों पर लोड कम किया जाएगा और अन्य महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
केजरीवाल ने कहा कि नए बुनियादी ढांचे का निर्माण, मौजूदा प्रणालियों को अपग्रेड करने और बिजली क्षेत्र में रखरखाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे वोल्टेज के उतार-चढ़ाव की समस्या खत्म हो जाएगी, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में व्यापक सुधार होगा। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि पंजाब में बिजली की कोई कमी नहीं है, लेकिन कई स्थानों पर सब-स्टेशन, बिजली लाइनें और अन्य बुनियादी ढांचा पुराना हो गया है, जिसके कारण बिजली आपूर्ति में समस्याएं आ रही हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बड़े शहरों में बिजली प्रणालियों को बेहतर बनाने के लिए विशेष परियोजनाएं भी लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि 13 नगर निगमों में लो टेंशन (एलटी) नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए परियोजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि बिजली के खंभों से अनावश्यक तारें हटाई जा रही हैं, नीचे लटक रही तारों को ऊंचा किया जा रहा है, पुरानी तारों को बदला जा रहा है और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खुले मीटर बॉक्स को सील किया जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अक्सर नीची या नंगी तारें हादसों का कारण बनती हैं, इसलिए यह परियोजना शुरू की गई। उन्होंने कहा कि इसे पहले पश्चिमी लुधियाना सब-डिवीजन में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था और इसकी सफलता के बाद अब इसे अन्य शहरों में लागू किया जा रहा है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि यह पहल अब इन नगर निगमों के अधीन आने वाले सभी 87 सब-डिवीजनों में शुरू कर दी गई है और जून 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए मोहाली में एक कॉल सेंटर स्थापित किया गया है और इसका हेल्पलाइन नंबर 1912 शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि कॉल सेंटर में 180 कर्मचारियों का स्टाफ है, जो दिन-रात लोगों की सहायता करता है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि पंजाब में पहली बार आम लोगों पर वित्तीय बोझ कम करने के लिए हर घर को 600 यूनिट मुफ्त बिजली देने की पहल शुरू की गई है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज पंजाब के 90 प्रतिशत घरों में बिजली का बिल शून्य है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने एक निजी पावर प्लांट खरीदा है और इस प्लांट का नाम तीसरे सिख गुरु श्री गुरु अमरदास जी के नाम पर रखा गया है। इस पवित्र अवसर पर सभी को बधाई देते हुए आप के राष्ट्रीय संयोजक ने उम्मीद जताई कि पंजाब हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आप नेता अरविंद केजरीवाल की दूरदर्शी सोच ने पारंपरिक राजनीतिक दलों को अपने चुनावी घोषणा पत्र बदलने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि आप और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के संयुक्त प्रयासों से शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली के मुद्दे पार्टियों के राजनीतिक एजेंडे का केंद्र बिंदु बन गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी राजनीतिक दल ने इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कभी प्राथमिकता नहीं दी थी, जो आम आदमी के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस तथ्य से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि बिजली अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है, इसलिए राज्य सरकार ने इस क्षेत्र के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से घरेलू, औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के बड़े प्रयासों से 2015 से बंद पड़ी पछवाड़ा कोयला खदान से कोयले की आपूर्ति फिर से शुरू हो गई है, जिसके कारण अब राज्य के पास अतिरिक्त कोयला है।
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